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सुपर हीरो बनने के लिए हाथ के नस में घोंपा मर्करी का इंजेक्शन, इसके बाद हुआ ऐसा बदलाव!

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सुपर हीरो बनने के लिए हाथ के नस में घोंपा मर्करी का इंजेक्शन, इसके बाद हुआ ऐसा बदलाव!

Injected Mercury To Become Superhero: मुझे लगता है कि हम सभी ने पहले कभी न कभी यह जरूर सोचा होगा कि सुपर हीरो बनने की क्या स्पेशल शक्तियां  चाहिए. हालांकि, हम फिल्मों में अक्सर देखते हैं कि सुपर हीरो बनने के लिए कुछ न कुछ प्रयोग करते हैं और फिर उनके अंदर सुपर पॉवर जेनरेट हो जाती है. कुछ ऐसा ही एक लड़के ने सोचा और उसने एक ऐसा कदम उठाया, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता. 2014 में, उस समय एक युवा लड़का खुद को सुपरपावर देने की कोशिश में खुद को पारा का इंजेक्शन देना शुरू कर दिया.

सुपर हीरो बनने के चक्कर में कुछ ऐसा कर बैठा लड़का
कहा जाता है कि तत्कालीन 15 वर्षीय लड़का मार्वल के सुपरहीरो एक्स-मेन बनने की चाहत रखता था और उसे फॉलो करता था. अब इस नादानी के चलते उसे दर्दनाक अल्सर की बीमारी हो गई, जिसे अब ठीक नहीं किया जा सकता. यह भी कहा जा रहा है कि उसने मकड़ियों को भी इस उम्मीद में खुद को काटने दिया कि वह स्पाइडर-मैन की तरह बन सके. नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की एक रिपोर्ट में उन चोटों के बारे में विस्तार से बताया गया है, जब उसने जानबूझकर अपने शरीर में पारा इंजेक्ट किया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़का भारत में एक ट्रॉमा सेंटर गया, वहां के डॉक्टरों ने लड़के के बाएं हाथ की कलाई पर गैर-उपचार वाले कई अल्सर देखें. वह दो महीने से खुद को इन्जेक्ट कर रहा था.


डॉक्टरों को करनी पड़ी बड़ी सर्जरी और फिर
डॉक्टरों को संदेह था कि मर्करी इंजेक्ट करने के पीछे कहीं कोई मनोरोग की समस्या तो नहीं. इस पर लड़के ने खुलासा किया कि उसने जानबूझकर खुद को पारे का इंजेक्शन लगाए. रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़का एक्स-मेन के कैरेक्टर मर्करी से इंस्पायर्ड था. डॉक्टर ने कहा कि उसे कोई मनोरोग संबंधी समस्या नहीं थी और उसका आईक्यू सामान्य था. लड़के की सर्जरी की गई और शुक्र है कि सर्जरी के बाद वह ठीक हो गया. रिपोर्ट्स का कहना है कि मर्करी की वजह से पॉइजनिंग के संकेतों के लिए रोगी की निगरानी की गई लेकिन बाद की जांच में ठीक पाया गया. बच्चों पर निगरानी रखनी चाहिए और पैरेंट्स को ध्यान रखना होगा कि बच्चे इसे घर पर करने की कोशिश न करें.