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सकलैन मुश्ताक ने सुनाया सालों पुराना किस्सा- मैंने सचिन तेंदुलकर को स्लेज किया था और कुछ गलत शब्दों का भी इस्तेमाल किया था

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सकलैन मुश्ताक ने सुनाया सालों पुराना किस्सा- मैंने सचिन तेंदुलकर को स्लेज किया था और कुछ गलत शब्दों का भी इस्तेमाल किया था

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट जगत के बैटिंग से जुड़े लगभग सभी रिकॉर्ड दर्ज हैं। टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रन, इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन, शतकों का शतक ऐसे रिकॉर्ड्स हैं, जिन्हें तोड़ पाना तो मुश्किल, इनके करीब पहुंचना भी काफी मुश्किल नजर आता है। तेंदुलकर ने अपने समय में ग्लेन मैकग्रा, वसीम अकरम, कर्टली एंब्रोस, वकार यूनिस, सकलैन मुश्ताक, मुथैया मुरलीधरन और शेन वॉर्न जैसे गेंदबाजों का सामना किया है। सकलैन मुश्ताक ने सचिन से जुड़ा एक यादगार किस्सा शेयर किया है।

सकलैन मुश्ताक ने द नादिर अली पॉडकास्ट पर कहा, 'सचिन तेंदुलकर के साथ मेरा एक किस्सा है, हम कनाडा गए हुए थे, मैं इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलने के बाद वहां गया था, तब मैं युवा था, और बॉलिंग की मैं अपनी ही दुनिया में था। काउंटी क्रिकेट खेलने के बाद मैं थोड़ा अहंकारी बन गया था। सचिन तेंदुलकर बहुत समझदार क्रिकेटर थे, मैंने पहला ओवर बहुत टाइट किया और फिर उनको स्लेज किया... मैंने कुछ कठोर शब्दों का इस्तेमाल किया था। वह मेरे पास आए और बहुत प्यार से कहा, सकी, मुझे कभी नहीं लगा था कि तुम इस तरह का कुछ करोगे, और तुम इस तरह के शख्स हो भी नहीं, जो इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करे। मुझे लगा था कि तुम बहुत डिसेंट इंसान हो। उन्होंने यह सबकुछ मुझसे बहुत प्यार से कहा था, सच मानिए अगले चार ओवर तक उनकी बात मुझे हिट करती रही। मैं उनकी बातों में इतना खोया हुआ था कि मुझे पता ही नहीं चला कि वह अपना काम कर चुके थे और विकेट पर सेट हो गए थे।'

सकलैन ने आगे कहा, 'यह सब टैक्टिक्स होती हैं, जब कोई आपसे अच्छी तरह बात करता है, तो आप उसकी बातों को सोचने लगते हैं, मैं अपने ही ख्यालों में था और सचिन तेंदुलकर इसके बाद चार-पांच ओवरों में कम से कम एक चौका लगाते रहे और मैं उनकी रिस्पेक्ट करने लगा। जब वह क्रीज से बाहर निकले और एक चौका लगाया, तब मुझे लगा कि उन्होंने मुझे एक थप्पड़ जड़ा है। तब मुझे समझ आया कि उन्होंने मेरे साथ गेम खेला है, तब तक वह क्रीज पर सेट हो चुके थे और हमारे हाथ से चीजें निकल चुकी थीं। फिर शाम में मैच के बाद हमारी मुलाकात होटल में हुई थी, तब मैंने उनसे कहा था आप बहुत चालाक इंसान हैं, और वह मुस्कुराने लगे। कितनी अच्छी तरह उन्होंने मुझे जाल में फंसाया, वह भी बैट से नहीं बल्कि अपनी बातों से।'