Haryana News

गर्मी में खाना पचाने और पेट की सेहत दुरुस्त रखने में मदद करेंगे ये 4 प्रोबायोटिक ड्रिंक्स

 | 
गर्मी में खाना पचाने और पेट की सेहत दुरुस्त रखने में मदद करेंगे ये 4 प्रोबायोटिक ड्रिंक्स

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खानपान का बहुत योगदान रहता है। खानपान में गड़बड़ी कई सारी बीमारियों का मरीज बना देती है। खासतौर पर डाइजेशन की समस्याएं काफी सारी बीमारियों की जड़ होती हैं। आंतों में खाने के ठीक से ना पचने की वजह से दिक्कतें बढ़ती हैं। इसलिए आंत यानी कि गट का हेल्दी रहना जरूरी है। आंतों के गुड बैक्टीरिया खाने को पचाने में मदद करते हैं लेकिन जब ये गुड बैक्टीरिया कम पड़ जाते हैं तो खाना ठीक से नहीं पचता और शरीर में दिक्कतें होने लगती हैं। इन गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए प्रोबायोटिक्स का सेवन किया जाता है। गर्मी में घर में बने ये प्रोबायोटिक ड्रिंक आंत और पेट की हेल्थ को बनाए रखने में मदद करेंगे। 

छाछ
गर्मियों में छाछ सबसे साधारण और सबसे अच्छा प्रोबायोटिक ड्रिंक है। जिसे हर कोई आराम से पी सकता है। दही में लैक्टोबेसिलस बैक्टीरिया होते हैं जो खाने को पचाने में मदद करते हैं। दही में पानी, भुना जीरा, काला नमक, पुदीना जैसी चीजों को मिलाकर प्रोबायोटिक ड्रिंक तैयार किया जाता है। जो पूरी तरह से डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए दवा का काम करता है। 

कांजी
गर्मियों की हेल्दी ड्रिंक में कांजी भी शामिल रहती है। इसको पीने से गट हेल्थ में सुधार होता है और डाइजेशन इंप्रूव होता है। कांजी बनाने के लिए इन चीजों की जरुरत होती है।


पानी
राई
नमक
गाजर
चुकंदर


गाजर और चुकंदर को काटकर पानी में डाल दें। साथ मे राई को दरदरा पीसकर नमक मिलाकर कांच के बर्तन में धूप में रखें। करीब चार से पांच दिन बाद इस ड्रिंक को पिएं। ये ड्रिंक एक बेहतरीन प्रोबायोटिक है। 

नींबू पानी
नींबू पानी नेचुरल प्रोबायोटिक ड्रिंक है। बस नींबू के रस को पानी में मिलाएं और थोड़ी सी मात्रा में काला नमक डालें। अब इस ड्रिंक को पिएं। 

सत्तू
उत्तरी भारत में सत्तू को गर्मियों का ड्रिंक कहा जाता है। सत्तू को पानी में घोलकर इसे छाछ की तरह तैयार किया जाता है। ये ड्रिंक ना केवल डाइजेशन सुधारता है बल्कि इसे पीने से एनर्जी भी मिलती है।