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इंडियन क्रिकेट टीम के Stumps नहीं मामूली! Smartphone की तरह इन्हें भी करना पड़ता है चार्ज, लगती है बैटरी

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इंडियन क्रिकेट टीम के Stumps नहीं मामूली! Smartphone की तरह इन्हें भी करना पड़ता है चार्ज, लगती है बैटरी

Cricket Equipmets: भारतीय क्रिकेट टीम में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी है जो मैच के दौरान अपनी पूरी जान लगा देते हैं. क्रिकेट टीम के लिए उसके प्लेयर्स सबसे ज्यादा जरूरी होता है लेकिन एक निष्पक्ष क्रिकेट मैच करवाने के लिए सिर्फ एक अच्छी क्रिकेट टीम ही नहीं जरूरी होती है बल्कि अच्छे क्रिकेट इक्विपमेंट्स भी जरूरी होते हैं जिनकी बदौलत मैच को अच्छी तरह से पूरा किया जाता है और किसी भी तरह की गलती की कोई गुंजाइश नहीं रहती है. अगर आप अपने घर टीवी पर क्रिकेट मैच देखते हैं तो आपने देखा होगा कि कई बार आपको क्रिकेट के मैदान से क्रिकेटर्स की आवाज में सुनने को मिलती है साथ ही साथ उनके कॉमेंट्स भी सुनने को मिलते हैं. ऐसा कैसे हो पाता है और इसके पीछे क्या वजह है यह शायद ही किसी को पता हो. इतना ही नहीं जब क्रिकेट मैच ऐसे मुकाम पर आकर रुक जाता है जब यह नहीं पता चलता है कि आखिर प्लेयर आउट हुआ है या नहीं तब थर्ड अंपायर का रिव्यु लिया जाता है लेकिन यह थर्ड अंपायर कैसे इतना सटीक डिसीजन देता है इसके बारे में भी आपको अंदाजा नहीं होगा. हालांकि इसके पीछे क्रिकेट इक्विपमेंट्स का ही हाथ होता है जिसके बारे में आज हम आपको इस खबर में बताने जा रहे हैं.

बैटरी ऑपरेटेड होते हैं क्रिकेट स्टंप

आपको यह बात शायद थोड़ी हैरान कर सकती है लेकिन क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाले विकेट स्टम्स को चार्ज किया जाता है वह भी हर रोज मैच से पहले. दरअसल यह कोई मामूली क्रिकेट स्टंप नहीं होता है बल्कि इसमें एक बड़ी बैटरी और काफी सारे सेंसर और माइक्रोफोन लगाया जाता है. दरअसल इनसे न सिर्फ आवाज रिकॉर्ड की जाती है बल्कि इनमें लगे हुए सेंसर बॉल की स्पीड तक बता सकता है. आपको बता दें कि इनकी कीमत हजारों में नहीं बल्कि लाखों में होती है ऐसे में इन्हें खरीदना आपके लिए थोड़ा महंगा जरूर साबित होगा लेकिन इंडियन क्रिकेट टीम के लिए इन इक्विपमेंट्स का इस्तेमाल करना बेहद ही जरूरी है जिससे मैच निष्पक्ष तरीके से पूरा करवाया जाता है.

थर्ड अंपायर करता है इस्तेमाल
जब मैच ऐसे मुकाम पर फंस जाता है जहां पर पता नहीं चलता है कि विकेट गिरा या नहीं तब इन क्रिकेट स्टप्स में रिकॉर्ड हुई आवाजों के आधार पर थर्ड अंपायर यह बता पाता है कि आखिर प्लेयर आउट है या नहीं और यह इतना खतरनाक तरीके से होता है कि लोगों को काफी हैरानी होती है. आपको बता दें कि क्रिकेट स्टंप के अंदर एक बड़ी बैटरी लगी रहती है जो 5 से 10 घंटे का बैकअप देती है.