Loose Motion In Pregnancy: प्रेग्नेंसी में होने लगी है दस्त तो इन तरीकों से पाएं राहत'

प्रेग्नेंसी के दौरान डाइजेशन से जुड़ी दिक्कते कई बार परेशान करती हैं। जिसका कारण कभी हार्मोंस में चेंजेस तो कभी बहुत सारी दवाईयां होती हैं। कब्ज होना तो प्रेग्नेंसी में काफी कॉमन है लेकिन कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी में बार-बार दस्त होना शुरू हो जाती है। हालांकि हर ट्राईमेस्टर में होने वाले दस्त के अलग कारण होते हैं। लेकिन अगर आखिरी ट्राईमेस्टर में लूज मोशन होने लगा तो उसे जल्दी ठीक करना जरूरी होता है। क्योंकि नौंवे महीने में होने वाले लूज मोशन डिलीवरी के लक्षण होते हैं।
क्यों होने लगता है लूज मोशन
-प्रेग्नेंसी में डायरिया हो जाने या लूज मोशन होने के कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
-बाहर का तला-भुना, अनहाइजीनिक खाना खाने से कई बार लूज मोशन होना शुरू हो जाते हैं।
-वहीं कुछ महिलाओं को दस्त का कारण दवाएं भी हो सकती हैं।
-नौंवे महीने में दस्त होना डिलीवरी के लक्षण होते हैं।
दस्त आने पर क्या सावधानी है जरूरी
प्रेग्नेंसी के दौरान लूज मोशन हो जाने पर उसका इलाज करना जरूरी है। क्योंकि पानी की कमी से डायरिया होने का खतरा रहता है। वहीं बच्चे को भी मुश्किल हो सकती है। हालांकि बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के दवाएं लेना ठीक नही है। ऐसे में घरेलू उपचार मदद कर सकते हैं। लूज मोशन होने पर ऐसी चीजों को खाएं जो दस्त को पतला होने से रोके। इस काम में ये चीजें मदद कर सकती हैं।
क्या खाएं
लूज मोशन होने पर केला, सेब, चावल खाने से आराम मिलता है।
नींबू पानी में मिलाएं ये चीज
नींबू के रस को पानी में मिलाकर पीने से लूज मोशन में आराम मिलता है। वहीं इस नींबू पानी में अदरक का रस थोड़ी मात्रा में मिलाकर पिएं। ये काफी राहत देने वाला होता है। स्टडी के मुताबिक नींबू के रस में ऐसे तत्व होते हैं जो लूज मोशन के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया पैथोजेनिक को रोकने में मदद करते हैं।
पुदीने का रस
गर्मी और मानसून में अगर लूज मोशन होने लगे तो प्रेग्नेसी में पुदीने के रस को पीने से फायदा होता है। पुदीने के रस को निकालकर करीब आधा कप पानी में मिला लें और इसे दिनभर में दो से तीन बार पिएं। ये लूज मोशन से राहत दिलाने में मदद करता है।