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लिवर सिरोसिस हो सकता है जानलेवा, इन लक्षणों को न करें इग्नोर

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लिवर सिरोसिस हो सकता है जानलेवा, इन लक्षणों को न करें इग्नोर

लिवर सिरोसिस में लिवर का आकार धीरे-धीरे सिकुड़ने लगता है। लिवर का लचीलापन खत्म हो जाता है। लिवर कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होने से लिवर की कार्यप्रणाली गड़बड़ हो जाती है। धीरे-धीरे लिवर काम करना बंद कर देता है। लिवर सिरोसिस के कारण लिवर कैंसर, तिल्ली बढ़ना, शुगर बेकाबू होने की आशंका भी बढ़ जाती है। यहां जानें कारण और लक्षण ताकि बचाव हो सके।


 लिवर सिरोसिस के कारण
मेडिकल जर्नल ‘दि लैंसेट’ में छपे एक अध्ययन के अनुसार विश्व में होने वाले लिवर रोगों में लगभग 57 फीसदी समस्याएं लिवर सिरोसिस से जुड़ी हैं। इनमें से लगभग 30 फीसदी हेपेटाइटिस बी, करीब 27 फीसदी हेपेटाइटिस सी और 20 फीसदी समस्याएं अत्याधिक शराब पीने से होती हैं। वहीं सिरोसिस के लगभग 20 फीसदी कारण आज की तारीख तक अज्ञात हैं। सिरोसिस के 3 फीसदी मामले ऑटोइम्यून लिवर डिसऑर्डर और आनुवांशिक रोग जैसे विल्सन डिजीज आदि से संबंधित हैं।

इसके तीन प्रमुख कारण हैं
1. हेपेटाइटिस बी और सी संक्रमण लंबे समय तक इनसे होने वाले संक्रमण की अनदेखी करना लिवर सिरोसिस होने का खतरा बढ़ा देता है। हेपेटाइटिस बी का टीका उपलब्ध है। हेपेटाइटिस सी का टीका फिलहाल नहीं है, किंतु इसका उपचार संभव है।


2. फैटी लिवर डिजीज वर्ल्ड ओबेसिटी फेडरेशन के अनुसार मोटापा नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर की समस्या का एक प्रमुख कारण है। इसमें लिवर पर वसा की परतें संचित हो जाती हैं। ऐसा अधिक वसायुक्त चीजें खाने और असक्रिय जीवनशैली से होता है। पौष्टिक व संतुलित आहार लें। नियमित व्यायाम करें।

3. अल्कोहलिक लिवर डिजीज लंबे समय तक अत्याधिक शराब पीने से कालांतर में लिवर सिरोसिस होने का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में सबसे जरूरी शराब से दूरी है।

इन लक्षणों पर रखें नजर
●खून की उल्टी होना 
●भूख कम हो जाना 
●काले रंग का मल 
●आंतों से रक्तस्राव होना 
●हीमोग्लोबिन कम होना 
●अनर्गल बातें करना 
●बेहोश होना 
●त्वचा व आंखों का रंग पीला पड़ना और खुजली होना 
●बिना परिश्रम थकान महसूस करना 
●वजन कम होते जाना 
●नाक से खून आना 
●अक्सर बुखार आना 
●भूलना