बच्चा बोतल से दूध पीना नहीं छोड़ रहा तो होने लगते हैं ये नुकसान, छुड़ाने के लिए अपनाएं ये तरीका

किस उम्र तक बच्चे को बोतल से दूध पीना चाहिए
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार एक से दो साल के बच्चे को बोतल से दूध देना चाहिए। दो साल के अंदर-अदर बच्चे को बोतल से दूध देना बंद कर देना चाहिए।
बोतल से दूध पिलाने से हेल्थ को नुकसान
-बच्चा अगर दो साल का होने के बाद भी बोतल से दूध पी रहा है तो उससे उसकी हेल्थ को नुकसान होने लगता है।
-बोतल से दूध पीने की वजह से बच्चे में मोटापे की समस्या हो जाती है।
-सोते समय बच्चा अगर दूध बोतल से पी रहा है तो इससे दांतों में सड़न होने लगती है। दूध की नेचुरल मिठास ही दांतों में कैविटी की वजह बन जाती है।
-बोतल से दूध हमेशा लेटकर बच्चे पीते हैं जिससे उनके कान में इंफेक्शन का खतरा रहता है। दरअसल, लेटकर दूध पीने से दूध गले के पीछे यूश्टेशियन ट्यूब के पास गिर सकता है। जिससे संक्रमण होने का खतरा रहता है।
-बोतल चूसने के बच्चे के चेहरे का शेप बिगड़ने का डर रहता है। इससे चेहरे की मांसपेशियों पर असर पड़ता है।
-बहुत सारे बच्चे को दो साल के बाद भी बोतल से दूध पीते हैं उनके दांतों की बनावट में गड़बड़ी आने लगती है और दांत टेढ़ेमेढ़े हो जाते हैं।
बच्चे की बोतल किस तरह से छुड़ाएं
-बच्चे जब एक साल के बाद बोतल को खुद से पकड़ना शुरू कर देते हैं तो उस समय उनके हाथ में कप देना शुरू कर दें।
-बच्चे को 8-10 महीने का होने के बाद दूध के साथ दूसरे तरल पदार्थ कप में देने चाहिए। जिससे उसकी कप पकड़कर पीने की आदत लगे।
-बोतल की जगह आप बच्चे को सिप्पी कप दें। कलरफुल सिप्पी कप को देखकर बच्चे अट्रैक्ट होते हैं और दूध पीने की कोशिश करते हैं।
-बच्चे की बोतल छुड़ानी है तो कप से दूध देते समय उसे टेस्टी और गाढ़ा बनाकर दें। जिससे उसे कप वाले दूध में टेस्ट आए और वो बोतल के दूध को कम पसंद करे।
-बच्चे की बोतल एक दिन में नहीं छूटेगी इसे छुड़ाने में समय लगेगा।
पहले दिन में एक बार और फिर धीरे-धीरे कप से दूध पिलाने की मात्रा बढ़ाएं।
-इसके साथ ही बच्चे को छह महीने के बाद अनाज और ठोस आहार देना शुरू करें। जिससे बच्चा केवल दूध से पेट भरने के लिए डिपेंट ना हो। इससे बच्चे की बोतल छुड़ाने में आसानी होगी।