Hearing Loss In Diabetes: डायबिटीज की वजह से होता है बहरेपन का खतरा

नहीं रखते इसका ध्यान
बहुत कम लोग ही समय पर बहरेपन की समस्या के बारे में पता लगाकर उसका निदान कर पाते हैं। डायबिटीज से सुनने की क्षमता पर असर के बारे में ज्यादातर लोग लापरवाही करते हैं। जिसकी वजह से पर्मानेंट हियर लॉस का रिस्क उठाना पड़ता है।
रिसर्च में पता लगा
सीडीसी के अनुसार अगर डायबिटीज की दवाओं को ठीक तरीके से ना खाया जाए और डायबिटीज अनट्रीटेड रह जाती है तो हाई ब्लड शुगर की वजह से कान की ब्लड सेल्स के साथ कान के अंदरूनी हिस्से की नर्व को कमजोर हो जाती है। इन नर्व्स को हियर सेल्स कहते हैं जो ब्लड के सर्कुलेशन पर डिपेंड करती हैं। एक बार ब्लड का सर्कुलेशन बिगड़ने पर ये डैमेज हो जाते हैं तो पर्मानेंट हियर लॉस होने का डर रहता है।
हियर लॉस के मामले में की गई स्टडी में पता चला कि जिन लोगों को डायबिटीज नही है उनकी तुलना में डायबिटिक पेशेंट को बहरेपन की समस्या ज्यादा हुई है। इस बारे में 20-69 एज ग्रुप के लोगों पर रिसर्च की गई थी। जिससे पता चला कि डायबिटीज नसों और ब्लड सेल्स को नुकसान पहुंचाकर बहरा बना सकती है।