Haryana Ka Mousam: हरियाणा में झमाझम होगी बारिश, मौसम ने ली करवट, फिर सक्रिय हुआ मानसून

देश भर में मौसम प्रणाली
दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तट के पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और आसपास के हिस्सों पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके दक्षिण ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ में पश्चिमी दिशा में बढ़ने की उम्मीद है। एक संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
मानसून अब गंगानगर, हिसार, मेरठ, ग्वालियर, जबलपुर और रायपुर से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र तक पहुंच रहा है।
एक ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिम और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से लेकर छत्तीसगढ़ होते हुए दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश तक फैली हुई है।
क्यों बदलेगा मौसम?
मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून टर्फ की अक्षय रेखा अब भी सामान्य स्थिति से उत्तर की तरफ हिमालय की तलहटियों की तरफ बनी हुई है। लेकिन टर्फ का पूर्वी छोर दक्षिण की ओर सामान्य होने और बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन होने से नमी वाली हवाएं आने की संभावना है। इससे तापमान सामान्य से अधिक होने के कारण लोकल वेदर सिस्टम बनने से हरियाणा राज्य में मौसम 10 सितंबर तक परिवर्तनशील रह सकता है।