Mustard Prices: सरसों का भाव जाएगा 7000 पार, यहा फिर और होगी मंदी, देखे सरसों स्पेशल तेजी मंदी रिपोर्ट 2023

सरसो साप्ताहिक रिपोर्ट – दोस्तों घटे भाव पर कमजोर आवक और मीलों की पूछ परख बढ़ने से सरसो के भाव स्थिर से मजबूत हुए सप्ताह के शुरुआत में विदेशी बाज़ारों में नरमी से सरसो में गिरावट आयी थी हालाँकि गिरावट को देखते हुए स्टॉकिस्ट और किसान ने बिकवाली घटाई विदेशों से सोया और पाम तेल के सस्ते आयात के चलते सरसो तेल की मांग-सामान्य से कमजोर है।
सरकारी एजेंसियों द्वारा एमएसपी पर सरसो की धीमी खरीदारी से किसानों में नकारात्मक सन्देश जा रहा है। नाफेड ने अब तक मात्र 6.56 लाख टन सरसो एमएसपी पर खरीदारी की है जबकि लक्ष्य 25 लाख टन रखा गया था किसान को एमएसपी से कम भाव मिलने से अगले सीज़न की बुवाई में सरसो के प्रति दिलचस्पी घट सकती है।
सरकार किसान की आय दुगुनी करने के लक्ष्य के साथ निकली थी लेकिन किसान की आय आधी हो गयी है। जब तक विदेशी तेलों के भाव सरसो से सस्ते बने रहेंगे तब तक एक तरफ़ा तेजी की उम्मीद करना धोका होगा घटे भाव पर सरसो की टाइट सप्लाई और मीलों को अपने सौदे की भरपाई करने के लिए भवा बढ़कर खरीदारी करनी पड़ेगी फूड मिनिस्ट्री के अधिकारी ने आयातित तेलों पर इम्पोर्टेड ड्यूटी बढ़ाने से किया इंकार घटे भाव पर मीलों की मांग और सरसो की बिकवाली घटने से सरसो में 100-150 से ज्यादा की मंदी नहीं वहीं ऊँचे भाव पर माल लेकर क्रशिंग में नुकसान से 200-250 से ज्यादा की बढ़त भी नहीं दिखती एल-नीनो के प्रभाव से जुलाई में विदेशी खाद्य तेलों के भाव में सुधार से सरसो में सुधार देखने को मिलने लग सकता है
उल्लेखनीय है कि सरकार ने सरसों का एमएसपी पिछले साल के 5050 रुपए प्रति क्विंटल से 400 रुपए बढ़ाकर चालू वर्ष के लिए 5450 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। जबकि राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा एवं गुजरात जैसे प्रमुख उत्पादक प्रांतों में इसका थोक मंडी भाव 4500/5000 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहा है।