Aaj Ka Mousam: दिन में अप्रैल-मई जैसी भयंकर गर्मी, सुबह घना कोहरा, किसानों की बढ़ी चिंता

कुछ इलाकों में सुबह के वक्त घना कोहरा भी रिकॉर्ड हुआ। इससे दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई है। पिछले दो दिनों से हल्के बादल भी छाए हुए हैं। तेजी से बढ़े तापमान ने किसानों की भी चिंता बढ़ा दी है। गेहूं की फसल इन दिनों खड़ी है जो तापमान के प्रति संवदेनशील है। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि यदि फसल पर दबाव दिखाई दे तो हल्की सिंचाई भी की जा सकती है।
मौसम विभाग ने बताया कि इस समय पश्चिमी विक्षोभ का असर है। इससे सोमवार और मंगलवार को पंजाब के माझा व दोआबा में हल्की बारिश के आसार हैं। हालांकि इससे ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। पंजाब में एक फरवरी से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन के साथ रात के तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री अधिक दर्ज किए जा रहे हैं। अगले चार से पांच दिन भी राहत के आसार नहीं है।
इसलिए बढ़ी गर्मी, छाया कोहरा
मौसम विज्ञानी ने तापमान बढ़ने के कई कारण बताए हैं। पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ तो एक के बाद एक आ रहे हैं लेकिन उनकी तीव्रता काफी कमजोर हैं। इनके आने से पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाएं थम गई हैं। यहीं, हवाएं तापमान गिराती थी। इन हवाओं की जगह अब गर्म इलाकों से आने वाली दक्षिण पश्चिमी हवाएं पंजाब व अन्य इलाकों में आ रही हैं। इससे तापमान के साथ हवाओं में नमी बढ़ गई है। हवा में नमी का स्तर 40 से 80 प्रतिशत तक पहुंच गया है। जिसकी वजह से सुबह के वक्त घना कोहरा छाया हुआ है।
गेहूं की पैदावार घट सकती है
कृषि विशेषज्ञ ने बताया कि गेहूं की फसल के लिए बेहतर तापमान 20 से 22 डिग्री माना जाता है। ज्यादा तापमान पर फसल जल्दी पकती है और दाना छोटा रह जाता है। इससे पैदावार में कमी आती है। फसल कटने में अब ज्यादा समय नहीं रह गया है। होली के बाद फसल कटने लगेगी। इसलिए फसलों पर हल्की सिंचाई की सलाह दी गई है।