Haryana News

Cyclone Mandous : आंधी-तूफान, तेज बारिश और...चक्रवात 'मैंडूस' ने दिखाया रौद्र रूप, जानें IMD का लेटेस्ट अलर्ट

 | 
Cyclone Mandous : आंधी-तूफान, तेज बारिश और...चक्रवात 'मैंडूस' ने दिखाया रौद्र रूप, जानें IMD का लेटेस्ट अलर्ट

Cyclone Mandous News: क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख एस. बालाचंद्रन के मुताबिक, चक्रवाती तूफान के दस्तक देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह जारी है. चक्रवात का पिछला क्षेत्र जमीन की ओर बढ़ रहा है और इसलिए इसकी लैंडफॉल प्रक्रिया अगले 1 घंटे में पूरी हो जाएगी. चक्रवाती तूफान के प्रभाव से कई तटीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हुई और आंधी-तूफान भी आया.

चेन्नई: चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ के लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है और इसका तमिलनाडु समेत दक्षिण भारत के कई इलाकों में असर देखने को मिल रहा है. तमिलनाडु के कई जिलों में आंधी-तूफान और तेज बारिश हो रही है. चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ ने शुक्रवार देर रात मामल्लपुरम के निकट दस्तक दी, जिससे तटीय तमिलनाडु में मध्यम से भारी बारिश हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख एस. बालाचंद्रन के मुताबिक, चक्रवात मैंडूस तट को पार कर गया है और गहरे अवसाद में है और इसकी ताकत कमजोर हो रही है. यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, इसलिए उत्तर-पश्चिम क्षेत्रों में 55-65 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चलेंगी, जो शाम तक 30-40 किमी प्रति घंटे तक कम हो जाएंगी.


-तमिलनाडु: चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ की वजह से अरुंबक्कम की एमएमडीए कॉलोनी में जलसैलाब आ गया है. भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव देखा गया.



-चेन्नई के पट्टीनापक्कम में काफी तेज बारिश हुई और इस दौरान आंधी-तूफान भी देखा गया.


-ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने सभी लोगों से चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ के कमजोर पड़ने तक बाहर जाने से बचने का अनुरोध किया है. महज 3 घंटे में लगभग 65 पेड़ गिर गए और नीचले इलाकों में पानी भर आया है.

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख एस. बालाचंद्रन के मुताबिक, चक्रवाती तूफान के दस्तक देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह जारी है. चक्रवात का पिछला क्षेत्र जमीन की ओर बढ़ रहा है और इसलिए इसकी लैंडफॉल प्रक्रिया अगले 1 घंटे में पूरी हो जाएगी. चक्रवाती तूफान के प्रभाव से कई तटीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हुई और आंधी-तूफान भी आया. बता दें कि इस तूफान को देखते हुए तमिलनाडु के तटीय जिलों में स्कूल-कॉलेजों को आज भी बंद रखा गया है.



मौसम विभाग के मुताबिक, आज यानी शनिवार को लैंडफॉल के बाद यह चक्रवाती तूफान मैंडूस कमजोर हो जाएगा. इससे पहले शुक्रवार को यह प्रचंड चक्रवाती तूफान से चक्रवाती तूफान के रूप में कमजोर पड़ गया था. चक्रवात के लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू होते ही चेन्नई में कुछ जगहों पर तेज आंधी और भारी बारिश का दौर शुरू हो गया. चेन्नई के पट्टीनापक्कम में तेज बारिश हुई और आंधी चली. वहीं, ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने सभी लोगों से चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ के कमजोर पड़ने तक बाहर जाने से बचने का अनुरोध किया है. महज 3 घंटे में लगभग 65 पेड़ गिर गए और सड़कों पर पानी भर गया.

आईएमडी के मुताबिक, अगले तीन घंटों के दौरान तमिलनाडु के रानीपेट्टई, वेल्लोर, विलुप्पुरम, तिरुवन्नामलाई, सलेम, कल्लाकुरिची, तिरुपट्टूर जिलों और पुडुचेरी में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है. इतना ही नहीं, अगले तीन घंटों के दौरान तमिलनाडु के तिरुवल्लुर, चेन्नई, चेंगलपट्टू और कांचीपुरम जिलों में भी कुछ स्थानों पर गरज और बिजली गिरने के साथ तेज बारिश होने की संभावना है.

बता दें कि ‘मैंडूस’ अरबी भाषा का एक शब्द है और इसका अर्थ है खजाने की पेटी (बॉक्स) और यह नाम संयुक्त अरब अमीरात द्वारा चुना गया था. इससे पूर्व बालाचंद्रन ने संवाददाताओं से कहा था कि चेन्नई और पुडुचेरी के बीच, 1891 से 2021 तक पिछले 130 वर्षों में 12 चक्रवात आ चुके हैं. उन्होंने कहा था अगर यह चक्रवात मामल्लपुरम के पास तट को पार करता है, तो यह तट को पार करने वाला 13वां चक्रवात होगा (चेन्नई और पुडुचेरी के बीच).


तमिलनाडु के कई जिलों में चक्रवाती तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया था और मछुआरों से समुद्र में न जाने की चेतानवी जारी की गई थी. पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा, राहत और बचाव कार्यों के लिए तमिलनाडु राज्य आपदा मोचन बल की 40 सदस्यीय टीम के अलावा 16,000 पुलिसकर्मियों और 1,500 होमगार्ड को तैनात किया गया है. इसके अलावा जिला आपदा मोचन बल की 12 टीम को तैयार रखा गया है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल की टीम के लगभग 400 कर्मियों को पहले से ही कावेरी डेल्टा क्षेत्रों के पास सहित तटीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है.