Haryana News

'दूसरी तरफ क्यों भाग जाते हैं अपराधी', भारत आ रहे नेपाली PM से इन मुद्दों पर होगी बात

 | 
'दूसरी तरफ क्यों भाग जाते हैं अपराधी', भारत आ रहे नेपाली PM से इन मुद्दों पर होगी बात

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल "प्रचंड" भारत दौरे पर आ रहे हैं। बतौर प्रधानमंत्री यह उनका पहला भारत दौरा है। 31 मई से शुरू हो रही इस यात्रा के एजेंडे में कई अहम मुद्दे शामिल हैं। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि ट्रांजिट पावर ट्रेड से लेकर कानूनी मामलों में सहायता को सुव्यवस्थित करने तक, कई क्षेत्रों में सहयोग को लेकर बातचीत हो सकती है। ऊर्जा के क्षेत्र में भी कुछ समझौते हो सकते हैं। विशेष रूप से नेपाल को भारत के जरिए बांग्लादेश को बिजली बेचने की अनुमति देने पर भी चर्चा हो सकती है। दहल की यात्रा के दौरान इसे अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। लोगों ने कहा कि भारत और नेपाल आपराधिक मामलों में आपसी कानूनी सहायता संधि (एमएलएटी) पर भी काम कर रहे हैं और इस मुद्दे पर चर्चा होने की उम्मीद है।

भारतीय पक्ष एमएलएटी के लिए जोर दे रहा है, जो आपराधिक मामलों में सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और तेज करेगा। सूत्रों ने कहा, “अक्सर यह देखा जाता है कि भारत से अपराधी अपराध करते हैं और फिर पुलिस द्वारा पकड़े जाने से बचने के लिए दूसरी तरफ (नेपाल) भाग जाते हैं। हालांकि जब आपराधिक मामलों की बात आती है तो भारत और नेपाल के बीच पहले से ही अच्छे कामकाजी संबंध हैं। लेकिन अब इन संबंधों को भगोड़ों के बारे में सूचना और खुफिया जानकारी साझा करके आगे बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा उनके फास्ट-ट्रैक प्रत्यर्पण को लेकर भी बात हो सकती है।" नेपाल में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पूर्व में कई अपराधियों और आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। उदाहरण के लिए, इंडियन मुजाहिदीन के पूर्व प्रमुख यासीन भटकल को 2013 में नेपाल के रक्सौल में सीमा के पास से पकड़ा गया था। इसी तरह, करोड़ों के किडनी रैकेट में शामिल डॉक्टर अमित कुमार को सीबीआई ने 2018 में नेपाल से पकड़ा था।

हालांकि दोनों पक्षों ने अभी आधिकारिक तौर पर यात्रा की घोषणा नहीं की है। लेकिन दहल के 31 मई से 3 जून के दौरान भारत में रहने की उम्मीद है। इस दौरान वे अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करेंगे और 1 जून को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिल सकते हैं। लोगों ने कहा कि नेपाली पीएम शहर की कचरा प्रबंधन प्रणाली और स्वच्छता पहलों का अध्ययन करने के लिए मध्य प्रदेश में इंदौर का दौरा करने भी करने वाले हैं। 

नेपाल और बांग्लादेश ने हाल के वर्षों में ट्रांजिट पावर ट्रेड की अनुमति देने के लिए भारत पर दबाव डाला है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पिछले सितंबर में अपनी नई दिल्ली यात्रा के दौरान भारत के माध्यम से नेपाल और भूटान से बिजली आयात करने का मुद्दा उठाया था। यह मामला मई के मध्य में नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रकाश सऊद की ढाका यात्रा के दौरान भी उठा था, जब उन्होंने बांग्लादेशी कंपनियों से अपने देश के जलविद्युत क्षेत्र में निवेश करने का आग्रह किया था।

मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा, “भारत और नेपाल अब एक समझ के करीब हैं और नेपाली प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान एक समझौते को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। इससे नेपाल की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी, जिसके पास पानी से उत्पन्न होने वाली बिजली है और वह इसका व्यापार करना चाहता है। बांग्लादेश को अतिरिक्त बिजली की जरूरत है।"

13 मई को ढाका में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, नेपाली मंत्री ने कहा कि ऊर्जा सहयोग को सुविधाजनक बनाने में भारत की हालिया प्रतिक्रिया से नेपाल प्रोत्साहित हुआ है। उन्होंने कहा, “हम नेपाल से बांग्लादेश में बिजली के आयात की दिशा में प्रगतिशील कदम उठा रहे हैं। एक बार अमल में आने के बाद, भले ही 40-50 मेगावाट की एक छोटी मात्रा के रूप में... यह उप-क्षेत्रीय सहयोग के लिए एक बहुत बड़ा मील का पत्थर होगा।" 

दहल की यात्रा के दौरान बिजली व्यापार और ट्रांसमिशन लाइनों के निर्माण से संबंधित अन्य समझौतों को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। लोगों ने कहा कि नेपाल में एक कारखाने की स्थापना सहित उर्वरकों में सहयोग को आगे बढ़ाया जा सकता है। दहल की यात्रा से पहले, दोनों देशों ने 13 अप्रैल को आपराधिक मामलों में एमएलएटी पर अपने पहले दौर की बातचीत की। भारत की ओर से, वर्चुअल बैठक में कानून, गृह और विदेश मंत्रालयों और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।