तुर्की में भूकंप के बाद हालात बदतर, छिन गए लोगों के घर; मौत का आंकड़ा 50 हजार के करीब

तुर्की और सीरिया में आए तेज भूकंप के बाद हालात अभी सामान्य नहीं हुआ हैं। इस त्रासदी में मरने वालों का आंकड़ा 50 हजार के करीब पहुंच गया है। शुरू में इतनी मौतों का अनुमान भी नहीं लगाया गया था। तुर्की के सबसे बड़े शहर इंस्तांबुल में लोग अब भी खौफ में जी रहे हैं। बड़ी-बड़ी इमारतों में दरारें आ गई हैं। वहीं जानकारों का कहना है कि अनाटोलियन फाल्ट लाइन के पास रहने वाले लोगों का संकट अभी टला नहीं है। 2030 से पहले यहां रहने वाली 1.5 करोड़ की आबादी पर भूकंप की मार पड़ सकती है।
बड़ी इमारतों में दरार
तुर्की में 1999 में भूकंप की संभावना को देखते हुए मजबूत इमरातें बनाने का कानून लाया गया था। हालांकि ज्यादातर इमारते 1999 से पहले की ही बनी हुई हैं। तुर्की में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपना परिवार खो दिया है। मेसुत नाम के शख्स उस दिन का वाकया बताते हुए रोने लगा। उसने कहा कि पहले उसका परिवार मारा गया और अब उसे अपना फ्लैट भी छोड़ना पड़ा। उन्होंने कहा कि ईश्वर ये दिन किसी को ना दिखाए।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक खतरे वाली इमारतों में बिजली और पानी की सप्लाई बंद कर दी गई जिससे लोग इसे खाली कर दें। भूकंप के बाद इंस्तांबुल में लगभग 1 लाख लोगों ने अपनी बिल्डिंग के इंस्पेक्शन के लिए ऐप्लिकेशन दिया है। अगर इमारत को खतरनाक पाया जाता है तो यहां रहने वाले लोगों को अलग शिफ्ट किया जाएगा और मुआवजा दिया जाएगा। हालांकि यह प्रक्रिया अब बहुत जटिल हो गई है। आपदा के बाद सिस्टम ठीक तरह से काम नहीं कर पा रहा है।