इमरान खान को 11 घंटे में भी पुलिस नहीं कर पाई गिरफ्तार, सेना भी क्यों है बैकफुट पर

पाकिस्तान में मंगलवार दोपहर से ही बवाल जारी है। लाहौर में इमरान खान के जमान पार्क स्थित घर पर पहुंची पुलिस से करीब 11 घंटे तक उनके समर्थकों का संघर्ष चला और अब तक वह गिरफ्तार नहीं हो सके हैं। इस बीच इमरान खान ने ट्विटर पर वीडियो जारी कर इसे लंदन प्लान बताया है। उन्होंने नवाज शरीफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है ताकि इमरान खान को जेल में डालकर पीटीआई को कमजोर किया जा सके। फिर नवाज शरीफ पर पाकिस्तान में दर्ज सारे केसों को वापस ले लिया जाए। उन्होंने कहा कि एक ताकतवर शख्स मेरे खिलाफ यह सब करा रहा है।
इस बीच यह सवाल भी उठ रहे हैं कि जिस पाकिस्तान में बेनजीर भुट्टो जैसी नेता को सरेआम गोली मार दी गई। नवाज शरीफ, परवेज मुशर्रफ जैसे नेताओं को देश छोड़ना पड़ गया, वहां विपक्षी नेता के तौर पर इमरान खान कैसे मजबूती से डटे हुए हैं। इसकी वजह इमरान खान का पंजाब से लेकर खैबर पख्तूनख्वा तक में अच्छा जनाधार होना है। यही वजह है कि इमरान खान लगातार चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। उन्हें भरोसा है कि खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब के विधानसभा चुनावों के अलावा वह संसदीय चुनावों में भी जीत हासिल करेंगे।
सेना भी इमरान से निपटने में नहीं होना चाहती हिंसक
पाकिस्तान की राजनीति को समझने वाले कहते हैं कि जनता में इमरान खान के प्रति अच्छा समर्थन है। इसी वजह से सेना भी इमरान खान को रास्ते से हिंसक तरीके से हटाने का रिस्क नहीं लेना चाहती। वहीं आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान की मुसीबत बढ़ाने से शहबाज शरीफ सरकार भी हिचक रही है। उसे लगता है कि इमरान खान पर यदि ज्यादा सख्ती होती है तो देश में दंगे के हालात हो सकते हैं। इससे देश की छवि वैश्विक स्तर पर खराब होगी। ऐसा होना उस देश के लिए ठीक नहीं होगा, जो आईएमएफ से लोन पाने के लिए नाक रगड़ रहा है।
ह्यूमन शील्ड बनकर खड़े रहे इमरान खान के समर्थक
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ता भी उग्र हैं। उन्होंने घंटों पुलिस की ओर से दागे आंसू गैस के गोलों और पानी की बौछारों का सामना किया। लेकिन पुलिस के सामने इमरान खान के बचाव में ह्यूमन शील्ड के तौर पर खड़े रहे। बीते करीब एक सप्ताह में यह दूसरा मौका है, जब इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए इस्लामाबाद की पुलिस उनके आवास पर पहुंची है। पहली बार इमरान खान के गिरफ्तार न होने पर होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने तंज कसते हुए कहा था कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए पड़ोसी के घर में कूद गए थे।