Haryana News

खतरनाक होता जा रहा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय, धारा 144 लागू; PM मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग

 | 
खतरनाक होता जा रहा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय, धारा 144 लागू; PM मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से संबंधित हालात की समीक्षा की। यह चक्रवात गुरुवार को गुजरात के कच्छ क्षेत्र में दस्तक दे सकता है। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पृथ्वी विज्ञान सचिव एम रविचंद्रन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कमल किशोर और भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र शामिल हुए। बैठक में दी गई प्रस्तुति के अनुसार कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में 15 जून सुबह से शाम तक 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है। इस दौरान हवा की रफ्तार 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।

अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बिपरजॉय के बहुत प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में सौराष्ट्र-कच्छ के तटीय क्षेत्र में दस्तक देने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर गुजरात के उत्तरी और दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है और इन जिलों में समुद्र से लोगों को निकाला जा रहा है। देवभूमि द्वारका में अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

क्या है बिपरजॉय की मौजूदा स्थिति
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि 'अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान' के उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है। बिपरजॉय सौराष्ट्र, कच्छ व मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को 15 जून को दोपहर तक पार करने की संभावना है। तब तक यह 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' बन जाएगा। बुलेटिन में कहा गया कि रविवार रात तक अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय मुंबई से लगभग 540 किमी पश्चिम में, पोरबंदर से 360 किमी दक्षिण-पश्चिम में, देवभूमि द्वारका से 400 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में, नलिया से 490 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और पाकिस्तान में कराची से 660 किमी दक्षिण में स्थित था।

तटीय इलाकों में धारा 144 लागू
अधिकारियों ने कहा कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव से तेज हवाएं चलेंगी और क्षेत्र में भारी बारिश होगी, जिससे निपटने के लिए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने कहा कि कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू की गई है। स्थानीय प्रशासन सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्रों में समुद्र के करीब रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है। मछुआरों को 15 जून तक मध्य अरब सागर और सोमवार को उत्तर अरब सागर में नहीं जाने का निर्देश दिया गया है।

15 जून को भारी बारिश होने की चेतावनी
केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को अपतटीय और तटवर्ती गतिविधियां नियंत्रित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों सहित कच्छ, देवभूमि, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरी जिलों से लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने को कहा है। आईएमडी ने कच्छ, देवभूमि, द्वारका और जामनगर के कुछ इलाकों में 15 जून को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने कहा कि तट के करीब सौराष्ट्र क्षेत्र के अन्य जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी, जबकि उत्तर गुजरात के जिलों में कुछ स्थानों पर भी भारी वर्षा होगी।