Biparjoy Alert: हिंदुस्तान या पकिस्तान! कहां ज्यादा तबाही मचाएगा 'महातूफान'? 1 लाख लोग हुए बेघर

Weather Forecast and: मौसम विभाग की ने कहा है कि शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपरजॉय’ गुजरात के जखाऊ बंदरगाह से टकरा सकता है. बिपरजॉय के किनारों पर दस्तक देने से पहले ही अधिकारियों ने गुजरात के तटीय इलाकों से अब तक लगभग 50 हजार लोगों को निकालकर अस्थायी आश्रय शिविरों में स्थानांतरित कर दिया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को बताया कि ‘बिपरजॉय’ के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों में को तेज हवाओं और भारी बारिश का सामना करना पड़ा रहा है.
सशस्त्र बल करेंगे खतरे को कम
IMD ने कहा कि ‘बिपरजॉय’ बुधवार को मार्ग बदलने और उत्तर-पूर्व दिशा में कच्छ-सौराष्ट्र की ओर बढ़ने को तैयार है. इसके साथ ही यह गुरुवार की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास टकराएगा. इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपरजॉय' के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की.
रक्षा मंत्री ने की तैयारियों की समीक्षा
तैयारियों की समीक्षा करने के बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं. IMD के मुताबिक कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिले में हवाएं धीरे-धीरे 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार अख्तियार कर लेंगी और फिर गुरुवार तक 150 किलोमीटर प्रति घंटे के स्तर पर पहुंच जाएंगी. इससे दो-तीन मीटर ऊंची तूफानी लहरें उठ सकती हैं और निचले इलाकों में पानी भर सकता है.
ऐसे है पाकिस्तान के हालात
आपको बता दें कि 15 जून को कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में कुछ जगहों पर अत्यंत भारी बारिश होने के आसार हैं. गौरतलब है कि बिपरजॉय का खतरा पाकिस्तान के तटीय इलाकों में भी बना हुआ है. सिंध के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार तीन जिलों के 7 तालुकों में रहने वाले 71,380 लोगों में से 56,985 लोगों को मंगलवार शाम तक निकाला गया है. सरकारी स्कूलों और कॉलेजों समेत अलग अलग 37 जगहों को राहत शिविर में तब्दील कर दिया गया है.