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हरियाणा के BPL गरीब परिवारों को ना सरसों का तेल मिला, ना खाते में राशि आई, क्या सरकार धीरे-धीरे गरीबों का राशन करेगी बंद

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हरियाणा के BPL गरीब परिवारों को ना सरसों का तेल मिला, ना खाते में राशि आई, क्या सरकार धीरे-धीरे गरीबों का  राशन करेगी बंद
पहले नमक बंद कर दिया अब सरसों का तेल। तेल के बदले जाे 250 रुपए खाते में आने थे, वह भी अभी तक नहीं मिले हैं। ऐसे में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले जिले के 51 हजार से अधिक परिवाराें के सामने भारी परेशानी खड़ी हाे गई है। इनमें एएवाई के 16777, सीबीपीएल के 19535 तथा एसबीपीएल के 14836 परिवार शामिल हैं।

सरकार धीरे-धीरे गरीबों के राशन में कटौती कर रही है। पहले नमक देना बंद कर दिया और अब जून से सरसों का तेल भी बंद कर दिया। विभाग से मिले पत्र के अनुसार जून में सरसों के तेल की सप्लाई राशन डिपो होल्डरों को नहीं दी जाएगी। इसके पीछे कारण माना जा रहा है कि हैफेड के पास सरसों का तेल उपलब्ध नहीं हैं।

इस बार सरसों भी समर्थन मूल्य से अधिक पर बिक गई तथा मंड़ियों में सरकारी खरीद के लिए सरसों नहीं पहुंची। इसके अलावा नारनौल में हैफेड आग लगना तथा उसमें भारी मात्रा में तेल नष्ट होना माना जा रहा है। यह सब तो ठीक है, परंतु अभी तक सरकार की ओर से यह स्पष्ट नहीं है कि सरसों का तेल केवल जून माह के लिए बंद है या फिर आगे भी बंद रहेगा।

सरकारी राशन की दुकानों पर गरीबों को गेहूं व चीनी के साथ प्रतिमाह 20 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से दो लीटर सरसों का तेल भी मिलता था। इस बार सरसों के मार्केट रेट अधिक होने से सरसों तेल के दाम भी बढ़ रहे हैं। इन दिनों सरसों का तेल 180 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है। जो आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहा है।

एक तो कोरोना संक्रमण के दौर में पहले ही गरीबों का काम धंधा ठप्प है। ऐसे में तेल बंद किया जाना गरीबों के साथ मजाक सा नजर आ रहा है। गरीब लोगों के अनुसार पहले तो उन्हें कहा गया कि सरकार तेल के बदले उनके खाते में 250 रुपए डालेगी, परंतु इस बार डिपो होल्डरों से न तेल मिला ना खाते में 250 रुपए आए।

गेहूं में कटौती कर दिया जा रहा बाजरा

सरकारी राशन की दुकानों पर बीपीएल, गुलाबी व ओपीएच कार्ड धारकों को प्रति माह सस्ता राशन मिलता है। पात्रों को दो रुपए केजी के हिसाब से गेहूं दिया जाता है। ओपीएच लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति 5 केजी गेहूं व पीले व गुलाबी कार्ड धारक को 35 केजी गेहूं मिलता है। अब डिपो पर यह भी 25 केजी किया हुआ है। अप्रैल से गुलाबी कार्ड धारक को 25 केजी गेहूं के साथ 10 केजी बाजरा व अन्य लाभार्थियों को तीन केजी गेहूं, दो केजी बाजरा दिया जा रहा है।

Helpline: 0172-4880-500
https://meraparivar.haryana.gov.in/ExclusionGrievance

महेंद्रगढ़ जिले में हैं इतने पात्र

महेंद्रगढ़ में कुल 319 सस्ते राशन की सरकारी दुकानें हैं। जिसमें 87 महेंद्रगढ़, 89 नारनौल, 33 अटेली, 44 कनीना, 46 नांगल चौधरी तथा 20 सतनाली क्षेत्र में हैं। जिले में कुल 84744 कार्ड धारक हैं। जिसमें 3 लाख 68 हजार 384 यूनिट है। इसमें से जिले के कुल ओपीएच 33596 पात्रों को छोड़ दें तो एएवाई के 16777, सीबीपीएल के 19535 तथा एसबीपीएल के 14836 लाभार्थियों को जून में सरसों के तेल से वंचित रहना पड़ा है।

बिमला ने बताया वह राशन लेने आई है, परंतु डिपो धारक कह रहा है सरकार ने तेल नहीं दिया है। कहा काम धंधा नहीं हैं उपर से तेल बंद कर दिया गया।

महिला कमलेश ने बताया पहले नमक देना बंद किया अब सरसों तेल बंद कर दिया गया। कोरोना के चलते बच्चों का पालन-पोषण में परेशानियां आ रही।

बिमला देवी ने बताया वह बीपीएल कार्ड धारक है। इस बार उसे डिपो से न तेल मिला ना सरकार द्वारा खाते में कोई राशि डाली गई।

नरेश ने बताया सरकार ने ऐसे समय में तेल बंद किया है। जब मार्केट में भी इसके दाम काफी उंचे हैं। ऐसे में गरीबों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

विभाग के उच्च निर्देशानुसार इस बार सरसों का तेल नहीं आया है। जिस कारण लाभार्थियों को तेल नहीं मिल पाया है। आगे भी सरकार की योजना के अनुरूप ही राशन का वितरण किया जाएगा। -ध्यान सिंह, इंस्पेक्टर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, महेंद्रगढ़।

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