Haryana News

Sameer Khakhar:मराठा मंदिर के बाहर सिगरेट पीते हुए ऐसे हुई 'नुक्कड़' के लिए समीर खाखर की कास्टिंग, जानें किस्सा

 | 
Sameer Khakhar:मराठा मंदिर के बाहर सिगरेट पीते हुए ऐसे हुई 'नुक्कड़' के लिए समीर खाखर की कास्टिंग, जानें किस्सा
अभिनेता समीर खाखर (Sameer Khakhar)ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक समीर बीते कुछ वक्त से बीमार थे और सांस सहित अन्य उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। बीते दिन दोपहर में उन्हें सांस लेने में तकलीफ बढ़ी तो अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। समीर को सोशल मीडिया पर फैन्स और सेलेब्स श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसके साथ ही दर्शक अधिक से अधिक उनके बारे में जानना चाह रहे हैं। इस रिपोर्ट में आपको बताते हैं कि कैसे समीर, नुक्कड़ के खोपड़ी बने।


'ये जो है जिंदगी' से हुई शुरुआत...
समीर खाखर के टीवी करियर की शुरुआत 'ये जो है जिंदगी' से हुई थी। इसके एक एपिसोड में उन्होंने डिटेक्टिव का किरदार निभाया था। हालांकि लोगों को अभी भी ये लगता है कि इनके करियर की शुरुआत नुक्कड़ से हुई थी। नुक्कड़ में समीर खाखर ने खोपड़ा का किरदार निभाया था, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया था। नुक्कड़ में समीर खाखर के कास्टिंग का किस्सा भी काफी मजेदार है।

कैसे मिला नुक्कड़?
ये कहना गलत नहीं होगा कि अमजद खान के साथ 'फुर फुर करके आई चिड़िया' नाम का जो नाटक ये कर रहे थे, उसी नाटक की बदौलत ही इन्हें नुक्कड़ नाटक में गोपाल उर्फ खोपड़ी का किरदार मिला था। 'फुर फुर..' में समीर के एक दोस्त ने उनसे कहा था कि एक बड़ा शो बन रहा है और उसके मेकर्स तुमसे मिलना चाहते हैं। ऐसे में तुम कल मराठा मंदिर पहुंच जाना, जहां सईद मिर्जा (डायरेक्टर) से तुम्हें मैं मिलवा दूंगा।


मराठा मंदिर पर नहीं आया दोस्त...
अगल दिन समीर, मराठा मंदिर पहुंचे लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी उनका दोस्त नहीं पहुंचा। जिसके बाद समीर ने पास की एक दुकान से सिगरेट खरीद कर जला ली और फूंकने लगे। इत्तेफाक से तभी वहां कुंदन शाह आ गए, जिनके साथ एक शख्स और मौजूद था। कुंदन ने समीर से पूछा कि वो यहां क्या कर रहे तो समीर ने पूरी बात बता दी। समीर की बात सुनकर कुंदन शाह मुस्कुराए और बताया कि उनके साथ जो ये शख्स है, इनका नाम अजीज़ मिर्ज़ा है... और ये सईद मिर्ज़ा के बड़े भाई हैं।

सिर्फ तीन एपिसोड के लिए था खोपड़ी...
मराठा मंदिर के पास ही में मिर्जा भाइयों का घर था, जहां कुंदन, सतीश को लेकर गए। सईद मिर्जा से मुलाकात के बाद समीर का छोटा सा टेस्ट और उसके बाद उन्हें नुक्कड़ में खोपड़ी का किरदार मिल गया। इस किस्से में एक और मजेदार बात है कि शुरू में सिर्फ खोपड़ी का किरदार तीन ही एपिसोड्स के लिए था, लेकिन समीर की एक्टिंग को देख सईद मिर्जा ने इसे पूरे शो में बढ़ा दिया। बता दें कि साल 1993 में नुक्कड़ का सीक्वल भी आया था, लेकिन पुराने नुक्कड़ की तरह दर्शकों के दिलों को नहीं जीत पाया था।