Go First के खिलाफ 2 और कंपनियों ने खोला मोर्चा, अब NCLAT पर होगी नजर

प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन कंपनी Go first की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। असल में Go first की स्वैच्छिक दिवाला याचिका स्वीकार करने के राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के आदेश को दो और कंपनियों ने चुनौती दी है। लीज पर विमान देने वाली ये दो कंपनियां- जीवाई एविएशन और एसएफवी एयरक्राफ्ट होल्डिंग हैं। यह याचिका अपीलीय न्यायाधिकरण NCLAT में दी गई है।
बता दें कि आयरलैंड की जीवाई एविएशन नौ विमानों के साथ गो फर्स्ट को विमान लीज पर देने वाली सबसे बड़ी कंपनी है, जबकि एसएफवी एयरक्राफ्ट होल्डिंग ने एक विमान पट्टे पर दिया है।
इस कंपनी ने भी दी याचिका: गो फर्स्ट के खिलाफ दिवाला कार्रवाई करने की उसकी स्वैच्छिक याचिका को बुधवार को स्वीकार करने के NCLT के आदेश के कुछ ही घंटे बाद विमान लीज पर देने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक एसएमबीसी एविएशन कैपिटल ने इसके खिलाफ NCLAT में याचिका दाखिल कर दी थी। बता दें कि एसएमबीसी एविएशन कैपिटल के गो फर्स्ट के पास पांच विमान हैं।